
साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दुर्ग पुलिस की रचनात्मक पहल, ‘साइबर प्रहरी’ अभियान के साथ अपराधों पर लगेगी लगाम
दुर्ग। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा राज्यव्यापी साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के तहत दुर्ग जिले में साइबर अपराध से बचाव और सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग और पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला के नेतृत्व में यह अभियान प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है। इसमें कई माध्यमों का उपयोग करके साइबर सुरक्षा की जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग साइबर अपराधों से सतर्क रहें और धोखाधड़ी का शिकार न बनें।
साइबर रावण: जागरूकता की प्रतीकात्मक पहल
इस अभियान के अंतर्गत दुर्ग पुलिस ने एक अनोखी पहल करते हुए “साइबर रावण” का निर्माण किया है, जो साइबर अपराधों को लोगों की अज्ञानता से जोड़ता है। ‘साइबर रावण’ का संदेश यह है कि लोगों की जानकारी और सतर्कता की कमी ही साइबर अपराधों का मुख्य कारण है। ठीक उसी तरह जैसे रावण का प्रतीक असत्य और बुराई का प्रतीक है, ‘साइबर रावण’ समाज में बढ़ रहे साइबर अपराधों की ओर इशारा करता है। इस रावण पर विभिन्न साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं के नाम लिखे गए हैं, जो आमतौर पर देखने को मिलते हैं। इनमें शामिल हैं: ओटीपी फ्रॉड, टेलीग्राम लाइक और शेयर फ्रॉड, इंश्योरेंस फ्रॉड, ओएलएक्स आर्मी फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन, लोन ऐप फ्रॉड, और व्हाट्सऐप डीपी फ्रॉड।
जागरूकता ही सुरक्षा की कुंजी
दुर्ग पुलिस ने इस ‘साइबर रावण’ के जरिए यह संदेश दिया है कि जागरूकता ही एकमात्र ऐसा उपाय है जो साइबर अपराधों से बचा सकता है। रावण दहन की तरह, लोगों में जागरूकता बढ़ाकर इस ‘साइबर रावण’ का अंत किया जा सकता है। विजयदशमी के मौके पर मिनी स्टेडियम, पदमनाभपुर में बने इस ‘साइबर रावण’ का दहन किया जाएगा, जो प्रतीकात्मक रूप से साइबर अपराधों की समाप्ति की ओर इशारा करता है। दुर्ग पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ‘साइबर प्रहरी’ अभियान से जुड़ें और सतर्क रहकर साइबर अपराधों का मुकाबला करें।
साइबर अपराधों से बचाव की मुहिम
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री अभिषेक झा ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए इस जागरूकता अभियान को चलाया जा रहा है। ‘साइबर रावण’ का निर्माण इसी मुहिम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य है लोगों को सतर्क करना और साइबर सुरक्षा के महत्व को समझाना। हर साल हजारों लोग साइबर अपराधों का शिकार बनते हैं, जिससे उन्हें भारी वित्तीय नुकसान झेलना पड़ता है। इस पहल से न केवल लोगों को साइबर अपराधों से बचने की जानकारी मिलेगी, बल्कि साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर भी लगाम लग सकेगी।
साइबर प्रहरी अभियान: सुरक्षा की दिशा में कदम
दुर्ग पुलिस की यह अनूठी पहल साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है। पुलिस विभाग का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग इस जागरूकता अभियान से जुड़ें और साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा तंत्र विकसित हो। साइबर प्रहरी अभियान के तहत आम जनता को इस विषय में जागरूक किया जा रहा है कि वे किस प्रकार से अपने व्यक्तिगत डेटा और डिजिटल गतिविधियों को सुरक्षित रख सकते हैं।
उपसंहार
साइबर रावण और साइबर प्रहरी अभियान दुर्ग पुलिस की एक रचनात्मक पहल है, जिसका उद्देश्य लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रखना है। यह पहल साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा और विश्वास दोनों में वृद्धि होगी।
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