June 27, 2025

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महादेव एप घोटाला: मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर दुबई में गिरफ्तार, CBI और ED की बड़ी सफलता

महादेव एप घोटाला: मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर दुबई में गिरफ्तार, CBI और ED की बड़ी सफलता

6000 करोड़ रुपये के सट्टेबाजी घोटाले के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी, भारत लाने की प्रक्रिया तेज

       रायपुर। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप से जुड़े 6000 करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर हुई, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जारी करवाया था। इस कार्रवाई में ED, विदेश मंत्रालय (MEA), और गृह मंत्रालय (MHA) का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

       सौरभ चंद्राकर, जो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक साधारण जूस की दुकान चलाता था, अब महादेव एप के जरिए सट्टेबाजी का बड़ा साम्राज्य खड़ा कर चुका था। उसकी गिरफ्तारी से इस बड़े घोटाले का प्रमुख कर्ताधर्ता कानून के शिकंजे में आ गया है।

मुख्यमंत्री की सख्त रुख और जांच का आदेश:
       छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने इस घोटाले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने का निर्णय 22 अगस्त 2024 को लिया था। मुख्यमंत्री साय ने तब कहा था कि घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, और अब सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी ने इस दिशा में एक बड़ा कदम साबित किया है।

CBI और ED की अहम भूमिका:
       CBI और ED की अंतरराष्ट्रीय जांच से सौरभ चंद्राकर की गैरकानूनी गतिविधियों का खुलासा हुआ। अब तक 572.41 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की जा चुकी हैं, जिसमें 100 करोड़ रुपये की संपत्ति दुबई में है। चंद्राकर की गिरफ्तारी अत्यंत गोपनीयता से की गई और अब उसे भारत लाने की प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है।

दुर्ग रेंज IG का अभूतपूर्व योगदान:
       इस ऑपरेशन की सफलता में दुर्ग रेंज के IG राम गोपाल गर्ग का महत्वपूर्ण योगदान रहा। गर्ग ने अपने CBI के अनुभव का उपयोग करते हुए चंद्राकर की गतिविधियों पर नज़र रखी और प्रोविजनल अरेस्ट के लिए गृह मंत्रालय को तत्काल अनुरोध भेजा, जिससे गिरफ्तारी संभव हो सकी।

महादेव एप की पहली जानकारी और आगे की जांच:
       महादेव एप के जरिए सट्टेबाजी की अवैध गतिविधियों की पहली जानकारी 2019 में सामने आई थी। CBI और ED तब से इस घोटाले की परतें खोलने में लगी हैं। अब तक 19 में से 9 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, और चंद्राकर की गिरफ्तारी से इस मामले के अन्य पहलुओं पर भी कड़ी कार्रवाई की उम्मीद है।