June 28, 2025

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पीएम जनमन से बैगा परिवारों की बदल रही तस्वीर और तकदीर

पीएम जनमन से बैगा परिवारों की बदल रही तस्वीर और तकदीर

बैगा समुदाय के लिए बिजली, सड़क, जलापूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार

कृषि के क्षेत्र में स्थायी खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा सहायता

आवास योजनाओं के तहत बड़े पैमाने पर वित्तीय सहायता और विकास कार्य

शिक्षा और सामाजिक विकास के लिए नई पहल: छात्रावास, आंगनवाड़ी केंद्र और बहुद्देशीय केंद्रों की स्वीकृति

       रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा विशेष पिछड़ी जनजातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से शुरू की गई पीएम जनमन योजना (प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान) का छत्तीसगढ़ के अति पिछड़े जनजातीय समुदायों पर गहरा प्रभाव दिखाई देने लगा है। इस योजना के तहत राज्य के विशेष पिछड़ी जनजातियों के रहवासी क्षेत्रों में तेजी से बुनियादी सुविधाओं का विकास हो रहा है।

बुनियादी विकास में तेजी

       छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा पीएम जनमन योजना के सफल क्रियान्वयन से विशेष पिछड़ी जनजातियों को अब बेहतर जीवन की ओर बढ़ने का मौका मिल रहा है। योजना के तहत आवास, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसी सुविधाएं तेजी से इन पिछड़े इलाकों में पहुंचाई जा रही हैं। वर्षों से इन बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहे जनजातीय समुदायों को अब मिशन मोड में इन सेवाओं का लाभ मिलने लगा है।

कबीरधाम जिले में बैगा समुदाय की बदली तस्वीर

       कबीरधाम जिले में बैगा समुदाय की स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है। छत्तीसगढ़ के पांच जिलों—कबीरधाम, राजनांदगांव, मुंगेली, बिलासपुर और कोरिया—में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के लोग निवास करते हैं। यहां के 24,589 बैगा परिवारों में से 11,261 परिवार कबीरधाम जिले में रहते हैं। बैगा समुदाय के लिए 38 बसाहटों में रहने वाले 255 परिवारों को बिजली की सुविधा मुहैया कराई गई है, वहीं 56 बसाहटों को जोड़ने के लिए 47 सड़कों के निर्माण के लिए 135.72 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। इनमें से 42 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जिनमें पक्की सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण हो रहा है।

स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार

       कबीरधाम जिले के विभिन्न गांवों में विशेष शिविरों का आयोजन कर बैगा समुदाय के लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई और 1,870 बैगा परिवारों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए। इसके साथ ही 86 गर्भवती माताओं का सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया गया। यह जनजागरूकता अभियान बैगा समुदाय की महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति समझ विकसित करने में सहायक सिद्ध हुआ है, जिससे अब महिलाएं प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में जाने से नहीं हिचकिचा रही हैं।

कृषि में बदलाव

       बैगा समुदाय ने अब बेवर (झूम) खेती को छोड़कर स्थायी और परंपरागत खेती को अपनाना शुरू कर दिया है। इसके पीछे राज्य सरकार द्वारा दी गई कृषि संबंधी सहायता, जैसे बिना ब्याज के कृषि ऋण, अनुदान पर कृषि यंत्र आदि की प्रमुख भूमिका रही है। इस वर्ष कबीरधाम जिले में बैगा समुदाय को 11.70 लाख रुपये का कृषि ऋण दिया गया है। कई किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण लेकर अपनी भूमि को खेती के योग्य बना चुके हैं।

जल आपूर्ति का सुधार

       पीएम जनमन योजना के तहत बैगा समुदाय की बसाहटों में जलापूर्ति की सुविधा भी तेजी से बढ़ाई जा रही है। कबीरधाम जिले की 260 बैगा बसाहटों में सोलर पंप, पानी टंकी, पाइपलाइन के माध्यम से नल से जल की आपूर्ति की जा रही है। बोड़ला विकासखंड में 62 बसाहटों में जलापूर्ति शुरू हो चुकी है, जबकि शेष 119 बसाहटों में काम जारी है। पंडरिया ब्लॉक में 78 बसाहटों में से 18 में नल से जल प्रदाय की सुविधा पूरी कर ली गई है।

आवास योजनाओं का लाभ

       प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत कबीरधाम जिले में 8,596 बैगा परिवारों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें से 8,440 परिवारों को आवास के लिए पात्र पाया गया। इनमें से 7,853 परिवारों का पंजीकरण हो चुका है, और 7,394 परिवारों को आवास की स्वीकृति मिल चुकी है। स्वीकृत परिवारों में से 6,678 परिवारों को प्रथम किश्त, 3,031 परिवारों को द्वितीय किश्त और 1,081 परिवारों को तृतीय किश्त की राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी गई है।

शिक्षा और सामाजिक विकास

       बैगा समुदाय के बच्चों की शिक्षा और सामाजिक विकास के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। पीएम जनमन योजना के तहत बैगा इलाकों में 4 छात्रावास, 39 आंगनवाड़ी केंद्र, 2 वनधन केंद्र और 13 बहुद्देशीय केंद्रों सहित कुल 370 कार्यों को स्वीकृति दी गई है।

       प्रधानमंत्री जनमन योजना ने छत्तीसगढ़ के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार लाने का काम किया है। इस योजना के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं की तेजी से उपलब्धता और कृषि व स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के चलते बैगा समुदाय की जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया है। यह योजना आदिवासी समाज के विकास और उनकी स्थिति में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है।

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