June 27, 2025

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आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर गोढ़ी में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत औषधि पौधा रोपण कार्यक्रम संपन्न

आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर गोढ़ी में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत औषधि पौधा रोपण कार्यक्रम संपन्न

डॉक्टर अलका रागासे, फार्मासिस्ट देव कुमार देवांगन, शिक्षिका श्रीमती आशा सिंह और स्कूली बच्चों की भागीदारी से स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश

       गोढ़ी, दुर्ग। आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर गोढ़ी में आज “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत औषधि पौधा रोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय के कई प्रमुख सदस्य और अधिकारी उपस्थित रहे।

       कार्यक्रम में डॉक्टर अलका रागासे ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, जबकि फार्मासिस्ट देव कुमार देवांगन ने आयोजन की व्यवस्थाओं को संभाला। इको क्लब की सक्रिय सदस्य शिक्षिका श्रीमती आशा सिंह और संतोषी यादव भी कार्यक्रम में शामिल हुईं। इसके अलावा, स्थानीय स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

       इस अवसर पर औषधीय पौधों का रोपण किया गया, जिससे न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया जा सके बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई जा सके। पौधों की महत्ता और उनके औषधीय गुणों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

       डॉक्टर अलका रागासे ने अपने संबोधन में कहा, “यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक भी है।”

       फार्मासिस्ट देव कुमार देवांगन ने पौधों के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी दी और कहा, “औषधीय पौधों का महत्व प्राचीन काल से है और आज भी हम इनके लाभों का उपयोग कर सकते हैं।”

       शिक्षिका श्रीमती आशा सिंह और संतोषी यादव ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की और बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया।

       छात्र-छात्राओं ने भी इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया और पौधों का रोपण किया। इस दौरान उन्होंने पौधों की देखभाल और उनके महत्व के बारे में भी सीखा।

       यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रयास था, बल्कि स्थानीय समुदाय को एकजुट करने और स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान ने सभी को एक सकारात्मक संदेश दिया कि हम सभी मिलकर अपने पर्यावरण और स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।