
रायपुर के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट ने महिला मरीज की छाती पर बिना चीरे के किया ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इंप्लांट
छत्तीसगढ़ में पहली बार एसीआई ने किया ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इंप्लांट, बना राज्य में सबसे अग्रणी संस्थान
रायपुर। छत्तीसगढ़ के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) ने हृदय रोग के जटिल इलाज में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए, मरीज की छाती पर बिना चीरे के ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इंप्लांट करके बड़ी सफलता प्राप्त की है। यह घटना छत्तीसगढ़ में पहली बार हुई है, जहां एसीआई ने ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इंप्लांट (टीएमवीआर) वाल्व-इन-वाल्व का पहला केस किया है।
डॉ. स्मित श्रीवास्तव, एसीआई के कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष, और उनकी टीम ने एक 70 वर्षीय महिला मरीज को छाती पर बिना किसी चीरे के माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट प्रक्रिया के माध्यम से उपचार किया। इस प्रक्रिया के बाद, एसीआई ने पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में मरीजों को बिना किसी चीरे के माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट प्रक्रिया को पूरा करने वाला पहला और एकमात्र संस्थान बन गया है।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि माइट्रल वाल्व को रोगी की जांघ की नसों के माध्यम से एंजियोप्लास्टी में हृदय की नसों में स्टेंट लगाने के समान प्रक्रिया द्वारा प्रत्यारोपित किया गया है, जिससे मरीज की जिंदगी बचाई गई है। इस अद्वितीय इलाज के साथ, एसीआई ने राज्य में एक नई मील का पत्थर स्थापित किया है और हृदय रोग के इलाज में नए उच्चतम स्तर की सफलता प्राप्त की है।
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