
“विकसित भारत का अमृतकाल” विषय पर मंडल स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजन
मुख्य अतिथि विजय बघेल और विशिष्ट अतिथि विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा रहे उपस्थित
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनसेवा, संवाद और सुशासन को पार्टी की पहचान बताया
संगठन को बूथ स्तर तक मज़बूत बनाने पर वक्ताओं ने दिया बल
अहिवारा। भारतीय जनता पार्टी अहिवारा मंडल द्वारा भाजपा प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार और भाजपा भिलाई जिला के मार्गदर्शन में “विकसित भारत का अमृतकाल: सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष” विषय पर आधारित “संकल्प से सिद्धि” मंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और वक्ता रहे विजय बघेल, सांसद दुर्ग लोकसभा। वहीं अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुरुषोत्तम देवांगन, जिलाध्यक्ष भाजपा भिलाई ने की।
इस अवसर पर अन्य प्रमुख अतिथियों में –
-
रविशंकर सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य
-
सरस्वती बंजारे, जिला पंचायत अध्यक्ष
-
लीमन साहू, अध्यक्ष, जनपद पंचायत धमधा
-
नटवर ताम्रकार, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एवं जिला उपाध्यक्ष
-
प्रेमलाल साहू, जिला महामंत्री
-
बिजेन्द्र सिंह, जिला महामंत्री
-
विजय जायसवाल, जिला संयोजक, संकल्प से सिद्धि
-
दिलीप पटेल, जिला सह संयोजक
-
रामजी निर्मलकर, मंडल अध्यक्ष भाजपा अहिवारा
-
अनुज साहू, संयोजक
-
पवन जैन व जितेंद्र यादव, सह संयोजक
उपस्थित रहे।
कार्यशाला में सांसद-विधायक, पूर्व सांसद/विधायक, प्रदेश एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, सरपंच, पार्षद, मोर्चा प्रकोष्ठ सदस्य, मंडल कार्यकारिणी सदस्य, और भाजपा के वरिष्ठ एवं कनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का उद्देश्य पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुँचाना और संगठन को बूथ स्तर तक सशक्त बनाना रहा। वक्ताओं ने सेवा, सुशासन एवं समर्पित कार्य संस्कृति को पार्टी की पहचान बताते हुए कार्यकर्ताओं को जनता से सीधे संवाद कायम करने की अपील की।
More Stories
उत्तरप्रदेश के राज्य मंत्री संजय सिंह गौड़ ने मंत्री रामविचार नेताम से की मुलाकात
राज्यपाल ने खैरागढ़ जिले में गोद ग्राम सोनपुरी के विकास कार्यों का लिया जायजा राज्यपाल ने
लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति:लोकतंत्र सेनानियों का संघर्ष हम सबके लिए प्रेरणास्रोत – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय